रविवार, 14 मार्च 2021

आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल के तुगलकी फरमान के विरोध में अध्यापको ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एस डी एम हुजूर को सौंपा

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 आयुक्त  लोक शिक्षण भोपाल के तुगलकी फरमान के विरोध में अध्यापको ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एस डी एम हुजूर को सौंपा ।

                            



रीवाआयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल जय श्री कियावत के अध्यापक संवर्ग की क्रमोन्नति स्थगित रखने और क्रमोन्नति प्रक्रिया को रोकने वी सी में दिए गए निर्देश के विरोध  आजाद अध्यापक संघ की प्रांताध्यक्ष श्रीमती शिल्पी सिवान के निर्देश पर प्रदेश सहित रीवा जिले में में ज्ञापन सौंपा गया  संघ के जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला ने बताया कि 1 जुलाई 18 से  राज्य स्कूल शिक्षा सेवा में नियुक्त होने की प्रक्रिया के दौरान प्रदेश के अध्यापक संवर्ग को अपनी पूर्व की सेवा अवधि के मान्य होने अथवा न होने की आशंका थी। जिस पर आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आश्वस्त किया गया था कि पदोन्नति/क्रमोन्नति और वरिष्ठता संधारण में पूर्व के सेवा अवधि का पूर्ण लाभ मिलेगा।

2- राज्य स्कूल शिक्षा सेवा की जारी सेवा शर्तों में बिंदु क्रमांक 2.15 में कहा गया कि पूर्व की 10 वर्ष की सेवा को पदोन्नति/क्रमोन्नति में गणना में लिया जाएगा और इसी आदेश के बिंदु 3.2 में पूर्ण वर्षों को गणना में शामिल करते हुए क्रमोन्नति का उदाहरण भी दिया गया।

3- बिंदु क्रमांक 3.2 का पालन करते हुए अनेक जिलों ने पहले 12 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों की प्रथम क्रमोन्नति के आदेश जारी कर दिए फिर भी आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय ने  निर्देशों का हवाला देकर क्रमोन्नति की प्रक्रिया को तुगलकी फरमान जारी कर निरस्त कर दिया। 

        अतः माननीय मुख्यमंत्री जी से विनम्र आग्रह है उक्त मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए क्रमोन्नति / पदोन्नति तथा अन्य मामलों में नियुक्ति दिनाँक से वरिष्ठता हेतु  पूर्व की समस्त सेवा अवधि की गणना संबंधी पत्र जारी कराने की कृपा करें  ताकि अध्यापक संवर्ग के प्रति आयुक्त द्वारा किये गए दोयम दर्जे के व्यवहार   पर विराम लग सके। अध्यापक संवर्ग की क्रमोन्नति प्रक्रिया रीवा जिले में भी रुकी है तथा प्रदेश के जिन जिलों में क्रमोन्नति हो चुकी थी उनके आदेश स्थगित रखने हेतु आयुक्त लोक शिक्षण  भोपाल निर्देश दिए है जो अध्यापक संवर्ग के साथ घोर अन्याय है  एवम मुख्यमंत्री की मंशा के विपरीत है अगर आयुक्त द्वारा जारी तुगलकी फरमान शीघ्र निरस्त नही किया जाता तो शीघ्र ही पूरे प्रदेश में आदेश के विरोध में धरना प्रदर्शन चालू होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी

आज के ज्ञापन में प्रांतीय महासचिव राजीव तिवारी प्रांतीय सचिव पुनीत दीक्षित  सम्भागीय अध्यक्ष राजेश मिश्रा जिला प्रमुख  श्रीमती शीतल पाठक ,  डा शोभा शर्मा निरंजन कुमार द्विवेदी सत्येंद्र तिवारी  दिलीप तिवारी देवेंद्र सोनी अरुण तिवारी कमल कांत परिहार सुभाष चतुर्वेदी  दिनेश कुमार आदिवासी दीपक मिश्रा गोविंदलाल सिंह  दिवाकर शुक्ला किरण पांडे कमलेश द्विवेदी तरुण तिवारी  चंद्रवंशीजी राजू तिवारी  अनिल शर्मा दीपक पांडे  वीरेंद्र बिरहा राकेश कुमार सोनी हनुमना राकेश तिवारी रंगनाथ मिश्र रमाकांत मिश्रा देवेंद्र कुमार तिवारी अनिल मिश्रा  उपेंद्रमणि द्विवेदी  चंद्रमौलि त्रिवेदी रजनीश कुमार पटेल प्रभाकर सिंह सतीश सोनी बिलाल अहमद,  राम गोपाल सिंह विजय कृष्ण पांडेय डॉ यूके तिवारी इंद्रशरणधर द्विवेदी डॉ शोभा शर्मा सविता तिवारी अर्चना मिश्रा प्रतीक्षा चतुर्वेदी आरके गौतम सुभाष कुमार पांडे सुनीत कुमार पटेल कुश कुमार वर्मा धर्मेश कुमार पटेल अनिल कुमार पटेल

अनीता सिंह  अनिल तिवारी सुरेंद्र पांडे  ज्ञानेंद्र उपाध्याय राकेश द्विवेदी अजय अवस्थी, महेंद्र सिंह  रमाशंकर विश्वकर्मा, निजाम हुसैन सिद्दीकी, शशांत शुकला धीरेन्द्र दववेदी श्रीमती आशा चौरसिया नरेंद्र चौरसिया सहित कई अध्यापक  उपस्थित रहे।।

 विशेष  आजाद अध्यापक संघ के ज्ञापन कार्यक्रम में समर्थन म प्र  राज्य कर्मचारी  संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष  डॉ कृष्णराज सिंह जी, रामओपीएस के जिलाध्यक्ष श्री शिवानंद तिवारी, प्रांतीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश्वर शर्मा जी का रहा l


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