बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

छुहिया घाटी के चार सबसे खतरनाक मोड़ों पर सड़क सुधार का कार्य शुरू, 23 से 6 मार्च तक भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है

छुहिया घाटी के चार सबसे खतरनाक मोड़ों पर सड़क सुधार का कार्य शुरू, 23 से 6 मार्च तक भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है

 

खबर संग्राम न्यूज रीवा 




सीधी/रीवा।

रीवा-शहडोल मार्ग पर रीवा तथा सीधी जिले की सीमाओं में स्थित छुहिया घाटी (Chhuhiya Ghati) में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) द्वारा सुधार का कार्य शुरू कर दिया गया है। घाटी के चार खतरनाक मोड़ों पर एक साथ सड़क सुधार का कार्य किया जा रहा है। घाटी के कई कठिन मोड़ों में सड़क उखड़ गई है। मोड़ों में बड़े-बड़े गड्ढे तथा धूल है जिसके कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। इन मोड़ों में सड़क को समतल करके तथा धूल हटाकर सुधार का कार्य किया जा रहा है।

रीवा तथा सीधी जिले के पुलिस विभाग के अधिकारी सड़क में सुधार कार्य की लगातार निगरानी कर रहे हैं। कलेक्टर सीधी रवीन्द्र कुमार चौधरी तथा पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने मौके पर पहुंचकर सड़क सुधार कार्य का जायजा लिया ।कलेक्टर ने सड़क विकास निगम के अधिकारियों को सड़क सुधार के संबंध में निर्देश दिये। कलेक्टर सीधी तथा कलेक्टर रीवा द्वारा छुहिया घाटी में 23 फरवरी से 6 मार्च तक भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिससे घाटी के सुधार का कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।

मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

1988 से अब तक विंध्य के 3 सबसे बड़े बस हादसे, जो पत्तल लीं 200 से अधिक जानें | सीधी बस दुर्घटना सीधी बस दुर्घटना खबर संग्राम न्यूज चैनल रीवा

1988 से अब तक विंध्य के 3 सबसे बड़े बस हादसे, जो पत्तल लीं 200 से अधिक जानें | सीधी बस दुर्घटना सीधी बस दुर्घटना खबर संग्राम न्यूज चैनल रीवा







1988 से अब तक विंध्य के 3 सबसे बड़े बस हादसे, जो पत्तल लीं 200 से अधिक जानें | सीधी बस दुर्घटना सीधी बस दुर्घटना 



रीवा। विंध्य के सीधे जिले में मंगलवार को यात्री बस के नहर में गिरने से हादसे में मृतकों की संख्या 51 तक पहुंच गई है। जबकि अभी भी 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
 इस हादसे के दौरान बस में सवार 7 लोग नहर से तैरकर बाहर आ गए। विंध्य का यह तीसरा सबसे बड़ा हादसा है। इसके पहले भी सीधे और रीवा जिले में दो ऐसी ही घटनाएं हो चुकी हैं। जिनकी वजह से कई लोगों की मौत हो गई थी। 
सीधी-सतना सड़क मार्ग पर ही आज से 33 साल पहले यानी वर्ष 1988 में और रीवा के गोविंदगढ़ में वर्ष 2006 में ऐसा ही हादसा हुआ था। जहां लोगों की मौत का पानी में डूबने की वजह से हो गया था। 1988, 2006 और 2021 में बड़े बस हादसों में 201 लोगों की जान जा चुकी है। 

 1988 लिलजी बाँध बस दुर्घटना (लिलजी बंध बस दुर्घटना 1988) आज से 33 वर्ष पहले लिलजी बाँध में एक बस गिर गई थी। 1988 में हुई इस सड़क हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हादसे में 88 लोगों की मौत सीधे सतना मार्ग स्थित लिलजी बाँध में डूबने की वजह से हो गई थी। उसके बाद इलाके में कोहराम मच गया था। सरकार की तरफ से बड़ी-बड़ी बातें की गई थीं लेकिन कुछ हुआ नहीं। बताया जा रहा है कि बस की छत तक में लोग बैठे हुए हैं। क्षमता से कहीं अधिक लोग बसने की यात्रा कर रहे हैं।

  1.  सीधी बस दुर्घटना /  'मेरी आँखों के सामने डूबती जा रही थी बस पर मैं कुछ न कर सका, देख ही देखता सब ख़त्म हो गया': निर्देशक की दर्दनाक कहानी 2006 गोविंदगढ़ बस हादसा
  2.  ( गोविंदगढ़ बस दुर्घटना  2006)  लिलजी बांध बस हादसे के बाद एक बार फिर विंध्य में बड़ी सड़क हादसा हुआ। वर्ष 2006 में एक यात्री बस गोविंदगढ़ के तालाब में जा गिरी। बताया जा रहा है कि यह बस में 63 लोग सवार हैं, जिसमें से एक ही व्यक्ति जिन्दा बच पाया था। बांकी सभी 62 लोगों की मौत पैचब में डूबने की वजह से हो गया था। इस बस में भी क्षमता से अधिक लोगों को बैठाया गया था।  
  3.   सीधी बस दुर्घटना /  साथ जीने-मरने की कसम पूरी हुई, एक ही चिता पर नवदम्पति अजय और तपस्या का अंतिम संस्कार 16 फरवरी 2021 सीधी बस हादसा 
(सीधी बस दुर्घटना 2021)  तीसरी सबसे बड़ी बस हादसे की घटना हाल ही में मंगलवार 16 फरवरी 2021 को हुई है। सीधी से सतना जिले की ओर जा रही बस सीधी जिले के रामपुर नैकिन स्थित पटना नहर में गिर गई। इस घटना में गुरुवार तक 51 लोगों के शव मिल चुके हैं। जबकि 3 लोग अभी भी लापता हैं। 7 लोग सुरक्षित बाहर आ गए। इस बस में क्षमता से अधिक लोग सवार होते हैं। 32 सीटर बस में 61 लोग सवार हैं। 



 सीधे बस्तियों में मृतकों की सूची नीचे दी गई डाउनलोड करने के लिए डाउनलोड पर क्लिक करें-